मंदसौर : विधानसभा सत्र के चौथे दिन क्षेत्र के विधायक विपिन जैन द्वारा देश और प्रदेश में चाइना लहसुन के आयात को लेकर प्रमुखता से मुद्दा उठाया है। ज्ञात हो कि बीते दिनों जावरा में चाइना लहसुन के दो ट्रकों जिनमे 12-12 टन लहसुन भरा था, को किसानों द्वारा पकड़ा गया गया है यह ट्रक अटारी बॉर्डर से बेंगलुरु जा रहा था मंदसौर और नीमच के कई किसानों ने इसका पीछा कर इसे जावरा में पकड़ा है और जांच पड़ताल में पता चला कि यह लहसुन अफगानिस्तान के रास्ते भारत में आई है जिसे लेकर मध्यप्रदेश के समूचे किसान वर्ग में आक्रोश पनप गया है और जगह-जगह किसानों द्वारा धरने, रेलिया, चक्काजाम, प्रदर्शन कर चाइना लहसुन के आयात पर प्रतिबंध को लेकर मांग उठाई जा रही है बीते माह में 15 से 20 हजार रुपए प्रति कुंटल के भाव से लहसुन के दाम नीचे गिर गए हैं और इसी प्रकार यदि चाइना की लहसुन भारत में आने लगी तो दाम और नीचे गिर जाएंगे। किसानों द्वारा लहसुन का 40 से 50 हजार रु. प्रति कुंटल के भाव का बीज खरीद कर बोया गया है एक तरफ तो केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चाइना लहसुन के आयात को प्रतिबन्ध कर रखा है और इसके उपयोग से मानव शरीर पर हानिकारक प्रभाव पढ़ने के कारण भारत में यह बैन है बावजूद इसके अफगानिस्तान के रास्ते भारत में प्रवेश कर रही चाइना लहसुन पकड़े जाना विश्वास से परे है। जावरा में किसानों द्वारा दो ट्रक लहसुन के पकड़े गए हैं पर उन पर कार्यवाही को लेकर प्रशासन मौन साधे हुए हैं कोई भी आला अधिकारी कुछ कहने से बच रहा है उनके पास बिल्टी और कस्टम ड्यूटी के कागज होने पर अधिकारी कुछ कार्यवाही होने से मना कर रहे है। जब भारत में चाइना कि लहसुन प्रतिबंध है तो फिर इतनी बड़ी मात्रा में यहां लहसुन कैसे आ रही है यह सरकार पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है। अपने आप को किसान हितेषी कहने वाली सरकार के जन प्रतिनिधि और नेता भी कुछ कहने से बच रहे हैं। विधायक विपिन जैन द्वारा विधानसभा के माध्यम से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से यह मांग की है कि तुरंत चाइना लहसुन पर प्रतिबंध लगाकर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए ताकि किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त हो सके।